बड़ी बहन के कपडे

एक क्रॉसड्रेसर का अनुभव

Story Credit: Krish Mistry

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Intro

खिड़की से बाहर देखा कोई नहीं था। घर का दरवाज़ा बंद किया, पहले साड़ी और ब्लाउस को साइड मे रखा फिर दीदी की वो फेवरेट सफेद रंग की शॉर्ट कुर्ती पहनी फिर पिंक रंग की वो सिल्क टाइट लेंग्गी पहनी और ब्लैक रंग का दुपट्टा लेकर लड़कियों की तरह लहराने लगा, जब लीफस्टिक जैसे होठों पर रखी वैसे ही ठीक जोर से डोरबेल बजा..और खिड़की के बाहर देखा तो…

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हेल्लो फ्रेंड्स, मेरा नाम है क्रीस मिस्री, मेरी उम्र १८ साल की है। में गुजरात के सूरत में रहता एक आम गुजराती इंसान हूं, वैसे तो मेरी फेमिली बहुत बड़ी है, लेकिन मे, मेरे मम्मी पापा और मुझसे बड़ी दो बहने हम ५ अलग घर में रहते हैं। में अभी 2nd year BSc की पढ़ाई कर रहा हूं। में आज मेरी प्यारी सी CrossDressing की कहानी बताऊंगा। अगर ये कहानी आपको पसंद आई तो लाइक और कमेंट करके मेरे उत्साह को और भी बढ़ा देना।

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शुरूआत में तो मुझे CrossDressing में कोई इन्ट्रेस्ट नहीं था, ये कहानी शुरू होती है मेरी ८वी कक्षा से जब में और मेरी बड़ी दीदी साथ में स्कूल जाते थे। मेरे और मेरी दीदी के युनिफोर्म एक जैसे ही थे फर्क सिर्फ इतना था की मेरे यूनिफॉर्म में शर्ट के नीचे पेन्ट था और दीदी के युनिफोर्म में शर्ट के नीचे स्कर्ट और स्लेक्स (लेगींग) था। हर रोज़ सुबह स्कूल बस आने की राह में और मेरी दीदी एक साथ में बैठ कर ही देखते थे, रोज़ जब मेरी दीदी आईने के सामने खड़ी रह कर स्कर्ट उपर करके अपने टाईट ब्लेंक स्लेक्स(लेगींग) को एडजस्ट करती थी, ये दृश्य देखकर मेरा दिल पिंगल जाता था और सोचता था कि हम लड़को के यूनिफॉर्म में भी स्कर्ट और स्लेक्स होता तो कितना अच्छा होता। लेकिन में सहन कर लेता था। मुझे पता नहीं था की ये आदत आगे जाकर कीतनी बुरी बनेगी।

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अब में ९वी कक्षा में आया इस समय में लड़कीयों के यूनिफॉर्म के साथ धीरे धीरे सलवार, चूड़ीदार पजामा और फ्रौक जैसे कपड़े भी मुझे आकर्षित करने लगे। यहां तक की मेरे टीचर ने पहनी हुई सिल्क साड़ी भी मेरी नज़र का शिकार हो चुकी थी। बाहर सभी लड़कियों के लहराते हुए दुपट्टे वाले कपड़े को देखकर मेरा मन मोहीत हो जाता था और घर में जाता था तो मेरी दोनों बहनाने पहनी हुई चूड़ीदार और लेंगींग को देखकर मै रह नहीं पाता था… लेकिन क्या करु बहन के कपड़े मैं पहनु!!! ऐसी सोच में केसे रखु??! अभी तक मेने हाथों से हस्तमैथुन करना शुरू नहीं किया था इस लिए रात को उल्टा सो कर अपना लिंग दबा दबा कर crossdressing की भुख को थोड़ी देर के लिए संतोषता। ऐसे करके मेने मेरी ९वी कक्षा को भी खत्म कीया।

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१०वी कक्षा मे पढ़ने के बोझ की वजह से मेरे मम्मी ने मुझे स्कूल के साथ Extra tution class भी join करवा दिया। tution में दो सर और ऐक मैडम पढ़ाने आते थे, मैडम की उम्र तकरीबन २१ की थी। मेरे मैडम हफ्ते में पांच दिन साड़ी और दो दिन चुड़ीदार सलवार पहन कर आते थे। हमारे मैम खुबसूरत तो थे, लेकिन साथ में गुस्से वाले भी बहुत थे। छोटी से छोटी गलती पर भी हमारी बहुत पिटाई करते थे। एक दीन हम थोड़ा ज्यादा शोर मचा रहे थे तो हमारे मैडम को बहुत गुस्सा आया। मैडम ने बड़ीसी और मजबूत लाठी ली और लड़कीयों के सामने एक एक करके हम सभी को पीछवाड़े पर और पैरो में जोर जोर से मारने लगे, मेरी बारी आई, में मैम के पास गया तो मेरे मैडम ने पहनी लाल रंग की फ्लोवर प्रिंट वाली साड़ी देखने लगा। खुल्ले बालों में लाल साड़ी खुबसूरत लग रही थी। मेडम ने मुझे दिवाल तरफ मुंह करवा दिया और मेरे पैरों में और पिछवाड़े पर लाठी थोकने लगे। दर्द तो बहुत हो रहा था लेकिन मैडम की लाल रंग की साड़ी मुझे मार खाने की शक्ति दे रही थी। जब आख़री लाठी मारी ठीक वैसे ही मेडम की साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया और फिर अपने पल्लू को अच्छी तरह से अपने कंधे पर रखा। इस दृश्य को देखकर मेरा दिल पिंगल गया और मेडम की साड़ी देखने में ईतना खो गया की मैम ने मुझे धक्का मारकर पछाड़ दिया तो भी मुझे पता नहीं चला! जेसे तेसे मेने १०वी और १२ विज्ञान भी पास कर दिया।

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एक दिन मेरे घर वाले रिश्तेदार की शादी में गए, मुझे भी साथ ले जाने वाले थे लेकिन मैने बहोत ज़िद की और घर पर ही रहा। दोनों बहन कॉलेज पर गई थी। मौका देख कर मैने घरके दोनों दरवाजे बंध किये और तिजोरी में बहन का कपड़ों वाला भाग खोला। जेसे खोला वैसे अंदर सलवार,चूड़ीदार,दुपट्टे,अलग अलग रंगों की लेंगिंग्स, टॉप्स,कुर्टिस,शोर्टी,ब्रा और साड़ी_ब्लाउस को देख कर तो मेरा खड़ा ही हो गया। जेसे कोई सोने की तिजोरी खोली एसा अहसास हो रहा था। सबसे पहले मैने ब्लाउस पहनी और ब्लैक रंग की साड़ी हाथों में ली। पेटीकोट मिल नहीं रहा था इस लिए रहने दिया, और यूट्यूब से वीडियो देख के में जिंदगी मे पहली बार साड़ी पहनी। परफेक्ट तो नहीं थी अच्छी_बुरी लेकिन पहनी सही।साड़ी पहन के बिल्कुल लड़की जैसी फीलिंग्स आ रही थी, लेकिन साथ मे घर पर कोई आ जाए उसका भी डर लग रहा था क्योंकी मेरी बहन का कॉलेज से वापस आने का वक्त भी हो ही चुका था।

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इस लिए फिर से साड़ी निकाल दी और अच्छी तरह से वापस उसकी जगह रख दी। उसके बाद मैने अपनी फेवरेट कुर्ती को पकड़ा और धीरे से पहनी, थोड़ी फिटिंग वाली और शॉर्ट थी, उसके साथ की पिंक टाईट लेंगिंग निकाल कर पहनी और उसी रंग का दुपट्टा कंधे पर रखा। कुर्ती_लेंगिंग पहनकर अपने आपको आइने में देखने लगा लेकिन मुझे कुछ सही फील नहीं हो रहा था इस लिए जूतों वाले खाने से बड़ी बहन की मोजडी को पहनकर आइने में देखा और अपने दुपट्टा बिल्कुल उसी तरह खेलने लगा जैसे मेरी बहन खेलती हे। बिल्कुल स्वर्ग जैसा लग रहा था। थोड़ी देर दुपट्टे के साथ खेलने के बाद में लीफस्टिक लेने के लिए गया। जैसे डिब्बा ओपन किया ठीक वैसे ही मेरे घर का doorbell बजा!! में तो बहोत ही घबराने लगा,खिड़की से देखा तो जिसका डर था वहीं था,मेरी बहन खड़ी थी और थक जाने से उसके मुंह पर गुस्सा भी नजर आ रहा था। मैने जल्दी से बहन के कपड़े उतारे औरे उसकी जगह पर जैसे तेसे फटाफट से रख दिए। मैने धीरे से दरवाजा खोला और घबराते हुए में मुस्कुराया, लेकिन बहन का गुस्से वाला मुंह देख के में और भी घबरा गया। जब मेरी बहन कपड़े बदलने के लिए अपना खाना खोलती हे तब में जैसे तैसे रखे हुए कपड़ों पर उसकी नज़र पड़ी तो वो अंदर ही अंदर बहोत गुस्सा हो गई, लेकिन शुक्र हे उसको पता नही चला वरना उस दिन तो मेरी बहन मुझे मार मार कर लाठी तोड़ देती।

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अब तो में कोलेज में आ गया और कोलेज तो अपनी पसंद के अनुसार अलग-अलग कपड़े पहनने की छुट देती हे। हररोज़ मेरी कोलेज की लड़कियों की चुड़ीदार, सलवार कमीज़, फ्रोक्स,टोप, कुर्ती-लेंगींग्स, दुपट्टा देख कर मुझे बहुत ज़लन होती थी। हालांकि कुछ लड़कियों के साथ दोस्ती की और साथ में ही रहते थे लेकिन मेरी नज़र लड़की के कपड़ों से हटती नहीं और कुछ ना कुछ बहाने से उनके मोहीत कपड़ों (चुड़ीदार, सलवार कमीज़, फ्रोक्स, टॉप, कुर्ती-लेंगींग्स) को छुने की कोशिश करता था। कॉलेज मे सब से ज्यादा मजा तो तब आया जब कॉलेज में सूट और साड़ी डे आया। मेरी सारी फ्रेंड्स अलग अलग साड़ी कोई काॅटन तो कोई सिल्क तो कोई सेटिन साड़ी पहन के आयी थी में तो देख के ही दंग रह गया था। सभी गर्ल्स अपना पल्लू पकड़ कर और सरकाते हुए अलग अलग पोज दे कर हुए फोटो खीचवा रही थी। वो सीन देख कर मुझे खूब जलन हो रही थी। लेकिन क्या करू मुझे तो बेकार शूट में फोटो खींचना पड रहा था, क्योंकि हम लडको को साड़ी पहनने का हक तो हे नहीं इस लिए गर्ल्स के साथ ब्लैक शूट में ही फोटो खींची।

अब तो मेरी क्रोस ड्रेसिंग की इच्छा बहुत बढ़ चुकी थी। अब तो मैं मोबाइल मे सेक्स से ज्यादा लेडीज वियर, साड़ी, लहंगा चोली दुपट्टा, सलवार वाली लड़कियों की विडियोज ज्यादा देखने लगा। जब भी घर में अकेला पड़ता हू वैसे ही बहन की लेंगिंग कुर्ती, लहंगा और दुपट्टा निकाल कर पहन के बिल्कुल मेरी बहन की तरह लहराता हू, साड़ी, ब्लाउज, ब्रा नहीं पहनता क्योंकि उसको पहनने और निकाल ने में ज्यादा टाइम लग जाता हे और कोई घर में आ जाए उसका डर लगता हैं। बहन के कपड़े पहन कर फिर से उसकी जगह रख देता हु।

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मेरी आंटी ब्यूटी पार्लर में काम करती हे, जब भी मेरी आंटी मेरी बहन को वेक्स, आइब्रोज करती हे में देखते ही रह जाता हू। जब मेरी आंटी हैर स्टेटनर से चैर पे पैर पर पैर रखकर बेठी मेरी बहन के लंबे काले बालों को स्टेट करती हे यह सीन देख कर मुझे अंदर ही अंदर जलन होती है। जब भी मेरी दोनों बहन लहंगा, साड़ी, चूड़ीदार,सलवार ड्रेस पहनती है तब में बहन के साथ थोड़ा खुश और थोड़ा दुखी हो कर बहुत सारी फोटोज खींचता हू।

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तक़रीबन एक साल पहले ही हमारे सामने एक भाभी और उसके पति शिफ्ट होने के लिए आए। भाभी के साथ हमारा व्यवहार बहोत अच्छा है। मुझे तो भाभी के कपड़े भी मोहित करने लगे। रोज़ अलग अलग डिजाइन की कुर्ती, टॉप्स, लेंगिंग पहनते है, और कभी कभी साड़ी भी बहुत हॉट पहनते हैं क्योंकि भाभी की उम्र अभी २६ साल जितनी ही है। भाभी अपने कपड़ों को मेरी बहन के साथ भी शेयर करते हे, जब अकेला होता हू तो भाभी के कपड़ों को पहने बिना रह नहीं सकता।

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अब तो में बहन_भाभी के कपड़े पहन कर पब्लिक में जाना चाहता हु, चाहे कुछ भी हो जाए, लेकिन क्या करू, क्रॉसड्रेसिंग की बात नहीं बहन को कह पा रहा, नहीं भाभी को और नहीं दोस्तो को। बस अंदर ही अंदर अपनी हवस को छुपा रहा हूं।बाहर ऐक्टिवा पर जाती साड़ी, लेंगिंग्स वाली लड़कीयो को देख कर जलता रहता हू और घर में बहन और भाभी को। अभी में अपना सेकंड इयर ख़तम किया है। जैसे जैसे दिन आगे बढ रहे हे वैसे वैसे मेरी लेडीज़ वियरिंग की इच्छा बढ़ती ही जा रही हे लेकिन अभी भी मेरी क्रॉसड्रेसिंग में कोई बदलाव नहीं आया जब भी घर मे अकेले में क्रॉसड्रेसिंग करता रहता हु। में बहन या भाभी को मेरी क्रॉसड्रेसिंग की फीलिंग्स बताने की पूरी कोशिश करूंगा और आगे मेरी क्रॉसड्रेसिंग में नया बदलाव आएगा तब कहानी को आगे बढ़ाऊगा। अभी के लिए इतना ही। (आपको किस कहानी के बारे में कुछ सवाल या सुझाव हो तो कमेंट जरुर करदेना और मेरा कॉन्टेक्ट फेसबुक पर भी कर सकते हो (Krish mistry) आपको मेरी कहानी पढ़ने के बादल बहुत बहुत शुक्रिया और इस फेसबुक पेज को तो सलाम करूंगा जिन्होंने मेरी फीलिंग्स को शेयर करने का मौका दिया)

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Author: ICN Team

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16 thoughts on “बड़ी बहन के कपडे”

  1. बहुत ही प्यारी सी कहानी है या कहूं तो ये आपबीती है।
    लेखिका ने बहुत मेहनत की उनको खूब सारी शुभकामनाएं।

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    1. Preeti di mai bhi ek Crossdreser hu please kya aap bhi mujhe apni behen bna skti ho mujhe saree pehenna, bra-penti, bindi, lipstick, Or chutiya pehenna behad pasand hai preeti di aap mujhe ye sab karna sikhaogi

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  2. Preeti di mai bhi ek Crossdreser hu please kya aap bhi mujhe apni behen bna skti ho mujhe saree pehenna, bra-penti, bindi, lipstick, Or chutiya pehenna behad pasand hai preeti di aap mujhe ye sab karna sikhaogi

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  3. सिल्की और स्मूथ पैंटी पहनता हूँ। औरतों वाली फीलिंग होती है।

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