मृगतृष्णा

प्रीति के अपने बुने हुए सपनों पर आधारित कहानी.

कहानी

लेखिका: प्रीति

सीधे दिल से..असम्पादित

प्रीति के भी निराले सपने है। लगभग हर क्रॉसड्रेसर की तरह उसे भी स्वांतन्त्रता चाहिए अपने पसंद के कपड़ों को पहनने की, साथ में सपोर्ट करने वाली माँ और गर्ल-फ्रेंड भी चाहिए। एक गर्लफ्रेंड जो आगे चलकर अच्छी पत्नी भी बने। इन्ही सब सपनों को उसने अपनी कहानी में पीरोया है। हमने इस कहानी को संपादित नहीं किया है तो इसमे छोटी मोटी गलतियाँ रह सकती है।

पढ़ते है प्रीति की यह सपना।

लेखिका के प्रोत्साहन के लिए अपने विचार शेयर करे. कमेन्ट के लिए ईमेल या लॉगिन की आवश्यकता नहीं है.

Note: Images here are used for illustration purpose only to express the women hidden inside us. No copyright violation intended. Images will be removed upon request.

सहेलियाँ

प्रीति द्वारा लिखित दो क्रॉसड्रेसर सहेलियों की कहानी।

कहानी

लेखिका: प्रीति

सीधे दिल से..

कुछ दिनों पहले हमने एक कतरन: सहेलियाँ प्रकाशित की थी जिसमे दो क्रॉसड्रेसिंग सहेलियों के जीवन मे से एक छोटा सा सीन आप तक पहुंचाया था। उस कतरन के अंत मे हमने अपनी पाठिकाओं से निवेदन किया था कि यदि कोई उस कतरन को बढ़ाकर कहानी लिखना चाहे तो उनका स्वागत है। उसी सिलसिले को आगे बढ़ाकर प्रीति ने यह कहानी लिखी है। यदि आपने पहला भाग नहीं पढ़ा है तो आप इस लिंक पर पढ़ सकती है।

तो अब इंतज़ार कैसा.. पढ़ते है प्रीति की यह प्रस्तुति।

लेखिका के प्रोत्साहन के लिए अपने विचार शेयर करे. कमेन्ट के लिए ईमेल या लॉगिन की आवश्यकता नहीं है.

Note: Images here are used for illustration purpose only to express the women hidden inside us. No copyright violation intended. Images will be removed upon request.

संपादिका को पत्र – मेरी यात्रा – प्रीति

संपादिका को पत्र

यदि आप भी अपना कोई क्रॉसड्रेसिंग से संबंधित अनुभव हमारे साथ शेयर करना चाहती है या फिर ICN से संबंधित आपके कोई विचार हो तो आप हमें icnovel.team@gmail.com पर अपना पत्र भेज सकती है। आपके पत्र का विषय ईमेल मे ‘Letter to the Editor’ जरूर लिखे। चुनिंदा पत्र यहाँ प्रकाशित किये जाएंगे।

मेरी ICN की बहनों और दीदियों,
मैं आज आपके सामने अपनी कुछ बातें शेयर करना चाहती हूं। मैं ये बताना चाहती हूं कि ICN क्यूं मेरे लिए किसी जादुई या कहो तिलिस्म से कम नहीं है। मैं बचपन से ही लड़कियों वाली फीलिंग्स रखती थी। लेकिन ये सब मेरे अंदर ही छिपा रहता था क्यूं कि इतनी हिम्मत और समझ मेरे अंदर नहीं थी।जैसे जैसे बड़ी होती गई,मेरे अंदर की लड़की बाहर आने को बेचैन रहती थी। समय गुजरता गया हाई स्कूल तक मैंने क्रॉस ड्रेसिंग की भी शुरुआत कर दी।

अब मेरा दाखिला डिग्री कॉलेज में हो गया। अब दिन भर एक ही धुन सवार रहती कि कब मौका मिले तो मैं क्रॉस ड्रेसिंग करूं। सन् 2008 में मैंने एक वेब साइट देखी जो क्रॉस ड्रेसिंग की थी। बस यहीं से मेरा झुकाव इंटरनेट की दुनिया की ओर हो गया। लेकिन आगे जो होना था वो मेरे लिए किसी जादू से कम नहीं था। ऐसे ही एक दिन भटकते हुए मैं ICN पहुंच गई। यहां का सारा मैटेरियल देखा। ब्लॉग की हेड अनु दी के विचार पढ़े और अपनी प्यारी श्रुति दी की कहानियां भी पढ़ी। Continue reading “संपादिका को पत्र – मेरी यात्रा – प्रीति”

ज़िंदगी का सफर

प्रीति द्वारा लिखित एक क्रॉसड्रेसर की जीवन यात्रा की कहानी

कहानी

लेखिका: प्रीति

एक बार फिर प्रीति आपके सामने प्रस्तुत है एक नई कहानी लेकर। इस कहानी में एक बहन का सहयोग, कॉलेज लाइफ से लेकर एक क्रॉसड्रेसर की शादी तक की यात्रा शामिल है। तो इस रोचक कहानी को पढ़कर जरूर बताइएगा कि यह कहानी आपको कैसी लगी?

लेखिका के प्रोत्साहन के लिए अपने विचार शेयर करे. कमेन्ट के लिए ईमेल या लॉगिन की आवश्यकता नहीं है.

Note: Images here are used for illustration purpose only to express the women hidden inside us. No copyright violation intended. Images will be removed upon request.

रक्षाबंधन

भाई बहन के प्रेम का त्योहार

कहानी

लेखिका: प्रीति

भाई और बहन के खूबसूरत रिश्ते को मनाने वाला त्योहार रक्षाबंधन आ गया है और इसी अवसर पर हमारी पाठिका प्रीति ने यह खूबसूरत कहानी आपके लिए लिखी है। पढ़कर जरूर बताइएगा कि यह कहानी आपको कैसी लगी?

लेखिका के प्रोत्साहन के लिए अपने विचार शेयर करे. कमेन्ट के लिए ईमेल या लॉगिन की आवश्यकता नहीं है.

Note: Images here are used for illustration purpose only to express the women hidden inside us. No copyright violation intended. Images will be removed upon request.

एक कश्मकश

Reader contributed story

पाठिका की कलम से

saree crossdresser bhabhi
लेखिका : प्रीति

सपना तो हम सभी का वही है, एक ऐसा जीवन जीने का जिसमे हमें हमारे असली रूप और हमारी दिल की बातों को किसी से छिपाना न पड़े। और इस सपने को पूरा करने में यदि भाभी का साथ हो तो इससे अच्छा क्या हो सकता है? देवर भाभी से ननद भाभी बनने का ये सफर, बस ऐसा ही एक सपना साकार करने वाली ये कहानी है।

देवर भाभी के रिश्ते पर आधारित नॉन-सेक्शुअल साफ सुथरी सी इस कहानी को पढ़कर बताइए कैसी लगी!

डिसक्लेमर: पाठिकाओं द्वारा भेजी गई रचनाओं का ICN team सिर्फ आंशिक रूप से सम्पादन करती है।. अतः कहानी मे कोई त्रुटि रह जाए या कोई कमी रह जाए तो इसके लिए हम क्षमाप्रार्थी है। पाठिकाओं द्वारा भेजी हुई कहानियों की क्वालिटी एवं विषय वस्तु,सामग्री के लिए ICN की जिम्मेदारी नहीं होगी।

Continue reading “एक कश्मकश”